Haryana School Advisory: हरियाणा में अप्रैल 2025 की शुरुआत से ही गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। दिन-ब-दिन तापमान बढ़ता जा रहा है, जिससे इंसान और जानवर सभी बेहाल नजर आ रहे हैं। सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और स्कूली विद्यार्थियों पर पड़ रहा है, जिन्हें दोपहर की चिलचिलाती धूप में स्कूल से घर लौटना पड़ता है। स्कूल के भीतर भी भरी हुई कक्षाओं में बैठकर पढ़ाई करना बच्चों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
गर्मी को देखते हुए स्कूलों में नए नियम लागू
गर्मी से बच्चों को राहत देने और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से हरियाणा शिक्षा विभाग ने अहम कदम उठाया है। अंबाला जिले के सभी स्कूलों में अब नए नियम लागू कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार अब विद्यालयों में थोड़ी-थोड़ी देर के बाद “रिमाइंडर बेल” बजाई जाएगी ताकि बच्चों को पानी पीने की याद दिलाई जा सके। यह पहल बच्चों को डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाने के लिए की गई है।
रिमाइंडर बेल से बच्चों को मिलेगी राहत
स्कूलों में हर कुछ समय के अंतराल पर रिमाइंडर बेल बजने से बच्चों को अपने शरीर को हाइड्रेट रखने की आदत बनेगी। इस दौरान शिक्षक भी बच्चों को पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी से चक्कर आना, थकावट और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में यह नया कदम विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी
जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार ने जानकारी दी कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने इस विषय में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ मीटिंग कर उन्हें विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि रिमाइंडर बेल का सख्ती से पालन कराया जाए और प्रत्येक छात्र को बार-बार पानी पीने के लिए प्रेरित किया जाए।
प्रार्थना सभा अब छाया में होगी आयोजित
गर्मी को देखते हुए स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा को लेकर भी नया नियम बनाया गया है। अब स्कूलों में प्रार्थना सभा खुले मैदान में न होकर छाया वाले स्थान पर करवाई जाएगी। सुबह के समय भी तेज धूप और उमस के चलते बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा रहता है। ऐसे में छायादार स्थान पर प्रार्थना करवाने से बच्चों को गर्मी से काफी हद तक राहत मिलेगी।
गर्मी की छुट्टियों पर भी जल्द फैसला संभव
गर्मियों की बढ़ती तपिश को देखते हुए अभिभावकों और छात्रों में गर्मी की छुट्टियों को लेकर भी उत्सुकता है। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जब सरकार को उचित लगेगा, तब छुट्टियों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल शिक्षा विभाग हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए समय-समय पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बच्चों को भी जागरूक किया जाएगा
स्कूल प्रशासन की ओर से यह भी तय किया गया है कि विद्यार्थियों को खुद भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। बच्चों को बताया जाएगा कि:
- धूप में कम से कम निकलें।
- पानी की बोतल हमेशा साथ रखें।
- अधिक गर्मी होने पर सिर पर टोपी या कपड़ा रखें।
- हल्के और सूती कपड़े पहनें।
- तेज धूप में शारीरिक गतिविधियों से बचें।
अभिभावकों की भी जिम्मेदारी बढ़ी
स्कूलों के अलावा अभिभावकों की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को गर्मी से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करें। बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाना, सही कपड़े पहनाना और स्कूल के समय में बदलाव की जानकारी देना बेहद जरूरी है ताकि बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ रहें।