Haryana Ambedkar Bhawan: चरखी दादरी जिले के आठ गांवों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। चार साल पहले की गई घोषणा को आखिरकार अमल में लाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इन गांवों में आंबेडकर भवनों के निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी है। अब विकास एवं पंचायत विभाग की ओर से ग्राम विकास योजना के तहत करीब 2.9 करोड़ रुपये की लागत से इन भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
इन गांवों में बनेंगे आधुनिक आंबेडकर भवन
सरकार की ओर से स्वीकृत प्रस्ताव के मुताबिक, निम्नलिखित गांवों में आंबेडकर भवनों का निर्माण किया जाएगा:
- बलाली गांव: 12 लाख रुपये
- बडराई गांव: 27 लाख रुपये
- बादल गांव: 31 लाख रुपये
- साहुवास गांव (चरखी दादरी खंड): 26 लाख रुपये
- बरसाना गांव: 26 लाख रुपये
- खेड़ी बूरा गांव: 25 लाख रुपये
- खेड़ी बत्तर गांव: 24.33 लाख रुपये
- कारीमोद गांव: 26 लाख रुपये
प्रत्येक भवन के लिए राशि तय कर दी गई है और निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा, जिससे गांवों में सामाजिक आयोजनों और सार्वजनिक बैठकों के लिए एक बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
सांसद धर्मबीर सिंह के प्रयासों का दिखा असर
इस ऐतिहासिक फैसले के पीछे भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद धर्मबीर सिंह की अहम भूमिका रही है। सहकारी बैंक के चेयरमैन सुधीर चांदवास ने बताया कि सांसद धर्मबीर सिंह ने दादरी रैली के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष इन गांवों में आंबेडकर भवन निर्माण की मांग जोरदार तरीके से उठाई थी। सांसद के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप सरकार ने अब इस मांग को स्वीकृति दी है।
सामाजिक समानता को मिलेगा बढ़ावा
आंबेडकर भवनों का निर्माण न केवल सामाजिक कार्यों के लिए जगह मुहैया कराएगा, बल्कि इससे गांवों में सामाजिक समानता और भाईचारे को भी बल मिलेगा। इन भवनों का उपयोग विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, गांव के लोग किसी भी प्रकार के सामूहिक आयोजनों के लिए इन भवनों का उपयोग कर सकेंगे।
रोजगार के अवसर भी खुलेंगे
इन भवनों के निर्माण कार्य से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। निर्माण कार्य में स्थानीय मजदूरों, ठेकेदारों और सामग्री आपूर्तिकर्ताओं को काम मिलेगा, जिससे गांवों की आर्थिकी को भी गति मिलेगी।
विकास के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा चरखी दादरी
सहकारी बैंक के चेयरमैन सुधीर चांदवास ने कहा कि चरखी दादरी जिला लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने यह भी बताया कि सांसद धर्मबीर सिंह के प्रयासों से जिले में न केवल आंबेडकर भवनों का निर्माण हो रहा है, बल्कि सड़कें, स्वास्थ्य सुविधाएं और शिक्षा के क्षेत्र में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है।
आंबेडकर भवनों के लिए तय दिशा-निर्देश
सरकार ने आंबेडकर भवनों के निर्माण को लेकर कुछ मानक तय किए हैं, जैसे:
- भवन का निर्माण गुणवत्तापूर्ण सामग्री से होगा।
- भवन में बैठक कक्ष, लाइब्रेरी और सभागार की सुविधा होगी।
- दिव्यांगजनों के लिए भी भवन में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- भवन का रखरखाव ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी होगी।
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, सभी भवनों के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। प्रक्रिया पूरी होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन का लक्ष्य है कि अगले 8 से 10 महीनों के भीतर सभी भवनों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए ताकि ग्रामीण जल्दी से जल्दी इनका लाभ उठा सकें।